pinjar - amrita pritam

सुख के लम्हें शायद कुछ देर को भूल जाएँ पर दुःख के दिन भुलाए नहीं भूलते। और दुःख भी ऐसा जिसने जीवन की दिशा और दशा बदल कर रख दी हो तो उसे भूलना असंभव होता है। यूँ

Nov 28, 2022 - 06:32
Jun 24, 2025 - 12:29
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pinjar - amrita pritam
सुख के लम्हें शायद कुछ देर को भूल जाएँ पर दुःख के दिन भुलाए नहीं भूलते। और दुःख भी ऐसा जिसने जीवन की दिशा और दशा बदल कर रख दी हो तो उसे भूलना असंभव होता है। यूँ तो हिंदुस्तान — पाकिस्तान विभाजन की पृष्ठभूमि पर कई उपन्यास लिखे गए लेकिन पिंजर का उनमें अपना अलग और महत्वपूर्ण स्थान है।