कोहबर की शर्त - नदिया के पार – हम आपके हैं कौन – ebook.

Kohbar Ki Shart Novel कोहबर की शर्त उपन्यास कचहरी से काका को चार बजे फुरसत मिली। तीन बजे मुक़दमे की पेशी हुई, चार बजे तक बहस। बाहर निकलते ही वकील से विदा माँगी

Oct 8, 2022 - 15:56
Jun 24, 2025 - 12:29
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कोहबर की शर्त - नदिया के पार – हम आपके हैं कौन – ebook.
Kohbar Ki Shart Novel कोहबर की शर्त उपन्यास कचहरी से काका को चार बजे फुरसत मिली। तीन बजे मुक़दमे की पेशी हुई, चार बजे तक बहस। बाहर निकलते ही वकील से विदा माँगी और गाड़ी पकड़ने स्टेशन की ओर लपके। स्टेशन पहुँचते-पहुँचते पसीने से नहा गए । पूरब वाली पाँच बज्जी प्लेटफॉर्म पर खड़ी थी। बैठने को जगह खोजने लगे रोज़ की तरह, साँझ को घर लौटनेवाले मुकदमेबाज़ और बिना टिकट चलनेवाले स्कूली लड़कों से, बलिया से पूरब जानेवाली यह गाड़ी खचाखच भर गई थी। सारी भीड़ पाँच स्टेशनों तक की थी।